Alexander Invasion of India in Hindi
नमस्कार दोस्तों आपका इस पोस्ट में स्वागत है। इस पोस्ट में हम Alexander Invasion of India के बारे में जानेंगे। 326 ईसा पूर्व के चौथी शताब्दी में, दुनिया के वर्चस्व के लिए ग्रीक और ईरानी ने लड़ाई लड़ी। ”मैसेडोनिया” के Alexander के नेतृत्व में ग्रीक ने अंत में ईरानी साम्राज्य का पतन कर दिया था। और, सिकंदर (Alexander) ने अपने पिता को ”मेसिडोनिया” के सिंहासन पर बैठने में सफलता दिलाई थी। तब सिकंदर के उमर केवल 20 वर्ष के थे।
Alexander Invasion in India
- सिकंदर (Alexander) ने वचपन से दुनिया को जितने की ख्वाब देखा था।
- और, अपने सपने को जल्दी ही सिकंदर ने पूरा करते हुए कई क्षेत्रों पर विजय प्राप्त की थी।
- सिकंदर ने भारत (Alexander Invasion of India) को जीतने के लिए एक प्रारंभिक कदम के रूप में, काबुल घाटी और उत्तर पश्चिम सीमा के पहाड़ी क्षेत्र पर विजय प्राप्त की थी,
- और, 326 ईसा पूर्व में सिकंदर ओहिन्द पहुंचा गया था, अटॉक के पास।
- भारत सीमांतर आने के लिए तब सिकंदर ने एक चाल चली थी, झेलम नदी को पार करने के लिए।
- और, उस पार राजा ‘पोरस’ युद्ध के लिए तैयार थे।
- इसके बाद हुई लड़ाई में राजा पोरस हार गया था।
- हारने का कारन था ”भारतीय उनकी एकता का अभाव”
- लेकिन सिकंदर ने राजा पोरस की बहादुरी के लिए बहुत उदारता से व्यवहार किया था।
- इतिहास में इस युद्ध को ”हैडस्पेस” (Hydaspes) के नाम से भी जाना गया है।
- जीत के बाद, ग्रीक सेना ‘ब्यास’ पहुंच गया था।
- और, सिकंदर को 326 ईसा पूर्व में अपने स्थान से वापस लौटना पड़ा था।
- क्यों कि उनके सैनिकों ने आगे जाने से इनकार कर दिया था।
- तथा, सिकंदर ‘ब्यास’ के पार महान ”मगध साम्राज्य” से डर गया था।
- सिकंदर जव 323 ईसा पूर्व में ”बेबीलोन” पहुँचा था।
- और, 33 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई थी।
Effects of this attack
- भारत और यूरोप के बीच भूमि और समुद्री मार्ग खोलकर, सिकंदर ने दोनों को एक दूसरे के करीब लाया था।
- सिकंदर के आक्रमण ने एक एकीकृत साम्राज्य बनाने की आवश्यकता के लिए भारतीय राजनेताओं की आँखें खोल दी थी।
- आक्रमण की तारीख सिकंदर के प्रारंभिक भारतीय इतिहास की पहली विश्वसनीय तारीख है।
- और, कालानुक्रमिक कठिनाइयों को हल करने में काफी मदद करती है।