Rail Transport in India Hindi | भारत में रेल परिवहन | भारतीय रेल
नमस्कार दोस्तों studyknown ब्लॉग पर आपसभी का स्वागत है। दोस्तों आजके ब्लॉग पोस्ट पर हम Rail Transport in India के बारे में जानने वाले है। दोस्तों जैसा की आप जानते है की भारत में पहली रेल सेवा 16 अप्रैल 1853 में शुरू हुआ था। और, यह सेवा मुंबई के बोरीबंदर से ठाणे तक देश की पहली रेल सेवा थी।
और, इसी रेलगाड़ी को तीन इंजन एवं चौदह डिब्बे के साथ चलाए गए थे। और, इसी रेल की पटरी को दो भारतीय जमशेदजी जीजाभाई तथा जगन्नाथ सेठ जी ने बिछाया था। इसके साथ दोस्तों आगे इस पोस्ट में रेल परिवहन के बारे में और भी महत्वपूर्ण बाते जानने की कोशिश करेंगे।
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Information about Rail Transport in India
- दोस्तों भारतीय Railway Board की स्थापना 1905 में हुई थी।
- और, भारतीय रेलवे की मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
- इसके साथ, भारत का पहला विरासत रेल गाडी का नाम The Fairy Queen था।
- जिसे साल 1855 में ब्रिटिश कंपनी Kitson ने बनाया था।
- और, इसमें दुनिया का सबसे पुराना भाप इंजन भी लगाया गया था।
- तथा, 1997 के बाद इस ट्रेन को विरासत रेल गाडी के रूप में चलाया जाने लगा था।
- और, 1981 में पूर्वोत्तर में पहली बार आधिकारिक तौर पर टॉय ट्रेन चली थी।
- जो दो फ़ीट चौड़ी Narrow gauge पर चलती है।
- और, इसकी रफ़्तार बहुत ही धीमी होती है।
- इसके साथ, भारत में पहली बार Metro Rail साल 24 अक्टूबर 1984 को,
- कोलकाता में टॉलीगंज से भबानीपुर तक चली थी।
- इसके साथ, भारत की पहली रेल सुरंग का नाम पारसिक सुरंग है।
- और, यह सुरंग को 1916 में ठाणे महाराष्ट्र में चालू की गई थी।
- इसके अलावा, भारत में सबसे लम्बी रेल सुरंग,
- पीर पंजाल या बनिहाल रेल सुरंग है जिसकी लम्बाई 11.215 km. है।
- इसके साथ, भारत में पहला रेल बजट को,
- Acworth Committee की कहने पर ही,
- 1925 में से प्रस्तुत किया गया था।
- और, भारत का पहला रेल मंत्री अरुणा आसफ अली थे।
- जिन्हे 2 September 1946 को नियुक्त किया गया था।
- इसके साथ, भारत में सबसे बड़ा प्लेटफ्रॉम गोरखपुर है।
Another Information about Indian Railway
- वर्तमान में भारतीय रेलवे मार्ग की लंबाई 67,415 किलोमीटर तक है।
- और, 95,981 किलोमीटर दौड़ पट्टी है।
- तथा, रेलवे की कुल ट्रैक की लंबाई 123,542 किलोमीटर है।
- इसके साथ, भारतीय रेलवे एशिया में सबसे बड़ा नेटवर्क है।
- और, पुरे विश्व में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क के तौर पर मौजूद है।
Start of special train | विशेष रेलगाड़ी की शुरुआत
- भारतीय रेलवे ने 25 December 2019 को कालका से शिमला मार्ग पर,
- एक विशेष रेलगाड़ी की शुरुआत की जिसका नाम ‘हिमदर्शन एक्सप्रेस’ है।
- और, भारत में सबसे तेज चलने वाली train “वन्दे भारत एक्सप्रेस” है।
- इसके साथ, देश की पहली private train के तौर पर “तेजस एक्सप्रेस” है।
- और, यह ट्रेन दिल्ली से लखनऊ के बिच में चलती है।
- इसके साथ, रेल कोच फैक्टरी कपूरथला द्वारा निर्मित,
- ऊर्जा कुशल वेंटिलेटर का नाम “जीवन” है।
- इसके अलावा, भारतीय रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे को,
- 2030 तक ग्रीन रेलवे में बदलने का लक्ष्य भी रखा है।
India’s first MonoRail
- दोस्तों भारत की पहली मोनो रेल पंजाब के,
- पटियाला शहर में साल 1927 में चलाई गई थी।
- और उसे पटियाला स्टेट मोनो ट्रेन-वे का नाम दिया गया था।
- तथा, यह एक ऐसी रेलगाड़ी है जिसमे कोच को,
- सीमेंट के कंक्रीट के बने बीम के ऊपर चलाया जाता है।
- और, इसे बीम से लटकाकर भी चलाया जाता है।
- और, इसमें पहिए नहीं होते है।
Metro Rail | मेट्रो रेल
- विश्व की प्रथम मेट्रो रेल लंदन में चलाई गई थी।
- जिसके शुरुआत 10 मई 1963 को हुई थी।
- और, यह विश्व की दूसरी सबसे लम्बी मेट्रो रेल सेवा है।
- जवकि चीन की संघाई मेट्रो विश्व की सबसे लम्बी मेट्रो सेवा है।
- और, इसकी कुल लम्बाई 434 km. है।
- और, विश्व की सबसे छोटी मेट्रो रेल सेवा इटली के सिसली शहर में है,
- तथा, इसी मेट्रो रेल की लम्बाई 3.8 km. तक है।
- और, इस नेटवर्क में केवल 1 मेट्रो और 6 स्टेशन आते है।
- इसके साथ, कोलकाता भारत का पहला शहर है,
- जहां सर्वप्रथम 24 ओक्टोबर 1984 में मेट्रो रेल सेवा शुरू हुई थी।
Different names for Metro
- दोस्तों लंदन में मेट्रो को ट्यूब कहते है।
- और, पेरिस में इसे मेट्रोपॉलिटन कहा जाता है।
- तथा, अमेरिका में इसे सव-वे या ट्री कहा जाता है।
Problems of Indian Railways
भारी दबाव –
- जनसंख्या वृद्धि, औद्योगिकरन और नगरीकरण इत्यादि के कारन,
- रेलवे पर सवारी और मालवाहन दोनों में ही और दबाव बड़ रहा है।
आर्थिक बोझ –
- भारतीय रेलवे में कर्मचारी की संख्या सत्रह लाख से अधिक है।
- और, रेलवे में ज्यादा तर श्रमिक अकुशल है।
- और, श्रम की दक्षता और कमी के कारन,
- रेल बजट का आर्थिक वोझा भी बड़ जाता है।
सड़क परिवहन से प्रतिस्पर्धा –
- भारतीय सड़क परिवहन चुकी माल धुलाई दरवाजे तक कर सकता है।
- यहां रेल परिवहन निच्छित रूप से एक विकल्प नही बन सकता।
उच्च ईंधन दर –
- NTPC एवं बिजली बोर्ड द्वारा किये जाने वाले बिजली दरों की वृद्धि,
- तथा, डीजल दरों की वृद्धि का रेल परिवहन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
सुरक्षा –
- हाल में दुर्घटनाओं को देखते हुए,
- रेल सफर को उतना सुरक्षित नहीं माना जाता है।
- और, भारतीय रेलवे बोर्ड के अनुसार विश्व के कुल,
- रेलवे दुर्घटनाओं की 15% दुर्घटना भारत में होता है।
दोषपूर्ण नियोजन –
- राजनीतिक दबाव और हस्तक्षेपों के कारन,
- कई ऐसी रेल परियोजना चलाई जा रही है,
- जो आर्थिक रूप से अवहनीय है।
Indian Railway | Heritage list
- दोस्तों यूनेस्को द्वारा भारत के चार रेल मार्ग को,
- विश्व विरासत सूचि (Heritage list) में शामिल किया गया है।
Darjeeling Himalaya Railway
- इसी हिमालय रेलवे को टॉय ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है।
- और, यह रेल सेवा जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग तक 88 km. लम्बी है।
- और, घूम भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है,
- जिसकी ऊंचाई 2258 मीटर है।
Chhatrapati Shivaji Terminus (C.S.T)
- यह Terminus वर्ष 2004 में विश्व विरासत सूचि में सम्मिलित किया गया है।
- और, Shivaji Terminus को पहले Victoria Terminus के नाम से भी जाना जाता था।
- और, शिवाजी टर्मिनल का डिजाईन ब्रिटिश वास्तुशिल्प,
- Frederick William Stevens’s ने तैयार की थी।
Nilgiri Mountain Railway
- इस माउंटेन रेलवे का उपनाम ब्लू माउंटेन ट्रेन है।
- और, नीलगिरि माउंटेन रेलवे को 2005 में,
- विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया था।
- और, इसी रेलमार्ग पर सर्वप्रथम 15 अक्टूबर 1908 में,
- कुन्नूर से उदगमंडलम (ऊटी) के बीच रेल चली थी।
Kalka – Shimla Railway
- इस रेलवे को टॉय ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है।
- और, इस रेलवे का निर्माण कार्य 1901 में,
- मुख्य अभियंता H.S. Harrington की,
- अध्यक्षता में प्रारंभ किया गया था।
- और, इसी रेलमार्ग को 10 जुलाई 2008 को,
- विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया था।
- इसके साथ, विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पूल को,
- भारतीय रेलवे द्वारा मणिपुर के नोनी में निर्माण किया जा रहा है।
- और, इसी रेलवे पूल का जो स्तंभ होगा वह 141 मीटर ऊँचा होगा।
Indian railway factory
क्रमांक | कारखाना | स्थापना वर्ष | राज्य | विवरण |
1 | चित्तरंजन लोकोमोटिव | 1950 | पश्चिम बंगाल | रेल के विद्युत इंजन |
2 | रेल कोच फैक्ट्री | 1986 | तमिलनाडु | सवारी डिब्बा का निर्माण |
3 | रेल कोच फैक्ट्री | 1952 | पंजाब | रेल डिब्बा का निर्माण |
4 | डीजल इंजन आधुनिकरण कारखाना | 1981 | पंजाब | डीजल इंजन के सामानों का निर्माण |
5 | डीजल लोकोमोटिव वर्क्स | 1961 | उत्तरप्रदेश | डीजल इंजन और विद्युत सटर्स का निर्माण |
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