Solar system of planets Hindi | ग्रहों की सौर प्रणाली | सौर मंडल
नमस्कार दोस्तों studyknown ब्लॉग पर आपसभी का स्वागत है। दोस्तों आजके ब्लॉग पोस्ट पर हम Solar system of planets यानि ग्रहों की सौर प्रणाली के बारे में जानने वाले है। इस सौर मंडल में सूर्य और खगोलीय पिंड सम्मलित होते हैं। जो इस मंडल में एक दूसरे से गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा बंधे होते हैं। और, सौर मंडल में सूर्य, आठ ग्रहो, उपग्रह, क्षुद्रग्रह घेरा, उल्का, धूमकेतु और बौने ग्रह से सौर मंडल का रचना हुआ है।
दोस्तों चलिए सबसे पहले सौर मंडल में सूर्य के बारे में जानते है। सूर्य सौर मंडल का केंद्र है। और, सूर्य 71% हाइड्रोजन, 26.5% हीलियम और 2.5% अन्य तत्वों से बना हुआ है। इसके साथ हाइड्रोजन और हीलियम सूर्य में मौजूद मुख्य गैसें हैं। और, सूर्य के भीतर नाभिकीय संलयन के कारन हाइड्रोजन, हीलियम में परिवर्तित होते है और जिसमे प्रचंड मात्रा में ऊष्मा और प्रकाश को मुक्त करता है। तथा, सूर्य की सतह का तापमान लगभग 6000 डिग्री सेल्सियस है।
और, सूर्य की चमकती सतह को प्रकाशमंडल कहा जाता है। सूर्य के वायुमंडल की बाहरी परत पतली गर्म गैसों से बनी होती है, जिसे कोरोना कहा जाता है। और, सूर्य पृथ्वी से लगभग 150 मिलियन किलोमीटर दूर में स्थित है। और, सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश पहुँचने में 300,000 km. प्रति सेकंड की गति से लगभग 8.5 मिनट लगता हैं। और, सूर्य की आकार पृथ्वी की तुलना में तेरह लाख गुना ज्यादा है। और, यह पृथ्वी के सबसे निकटतम तारा है। तथा, पृथ्वी पर जीवन के लिए ऊर्जा का एक अंतिम स्रोत भी है।
About the Description of the solar system of planets|सौर मंडल का वर्णन
- सौर मंडल में सूर्य के साथ आठ ग्रहो और वहां उपग्रह यानि चंद्रमा हैं।
- इसके साथ हजारों अन्य क्षुद्रग्रह, धूमकेतु और उल्काएं हैं।
- और, सूर्य सौर मंडल के केंद्र में है और ये सभी पिंड इसके चारों ओर घूमते रहते हैं।
- तथा, सूर्य का गुरुत्वाकर्षण खिंचाव के कारन ही सभी ग्रहों और अन्य वस्तुओं,
- सूर्य की चारों ओर घूमता रहता है।
- और, ग्रह एक अण्डाकार कक्षा में सूर्य की परिक्रमा करता रहता हैं।
- तथा, सौर मंडल में सूर्य के सबसे निकट का ग्रह बुध हैं।
- जिसे हम Mercury के नाम से भी जानते है।
- और, सूर्य से सबसे दूर का ग्रह का नाम नेपच्यून है न कि प्लूटो।
- और, इस सौर मंडल का आकार का अनुमान लगभग 105 A.U. है।
- तथा, पूरे सौर प्रणाली पर सूर्य का अधिकार सौर मंडल का लगभग 99.9% है।
- और, सूर्य सौरमंडल की सभी ऊर्जा का भी स्रोत है।
- लेकिन, सूर्य की परिक्रमा में इन ग्रहो में से प्लूटो एक बौना ग्रह (dwarf planet) है।
- और, इस सौर मंडल में बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल को स्थलीय ग्रह (Terrestrial Planets/Rocky Planets) कहा जाता है।
- तथा, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून को गैसीय ग्रह (Gaseous Planets/JovianPlanets) कहा जाता है।
- और, सौर मंडल की खोज 1543 ईसवी में निकोलस कॉपरनिकस ने किया था।
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The Mercury, Venus, and Mars are Terrestrial Planets
‘’Mercury Planet | बुध ग्रह’’
- बुध सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है।
- और, यह एक अत्यंत गर्म ग्रह है।
- तथा, इस ग्रह पर पानी नहीं है।
- बुध ग्रह में CO2, N2, H2 और O2 जैसी गैसें नहीं होने के कारन,
- जीवन के निर्माण बाधा के रूप में कार्य कर सकती हैं।
- और, हानिकारक विकिरण से बचने के लिए बुध ग्रह के पास,
- अपने ओजोन जैसा कोई सुरक्षात्मक आवरण नहीं है।
- और, सौर मंडल में बुध ग्रह सबसे छोटा है।
‘’Venus Planet | शुक्र ग्रह’’
- शुक्र ग्रह सूर्य के दूरी में दूसरा ग्रह है।
- और, यह ग्रह पृथ्वी के सबसे नजदीक है और सबसे चमकीला ग्रह भी है।
- शुक्र ग्रह को ”Evening Star” के साथ-साथ,
- इसे, ”Morning Star” के रूप में भी जाना जाता है।
- और, शुक्र ग्रह एक घने बादल के आवरण से घिरा हुआ है,
- इसलिए इसे ‘घूमा हुआ ग्रह’ (Veiled Planet) के रूप में भी जाना जाता है।
- और, शुक्र ग्रह का आकार एवं द्रव्यमान के लिए यह पृथ्वी के जैसा है,
- इसलिए इसे ‘पृथ्वी का जुड़वां’ भी कहा जाता है
- और, शुक्र ग्रह भी बुध ग्रह के जैसा एक बहुत गर्म ग्रह है।
- तथा, शुक्र ग्रह पर पानी नहीं है।
- इसके साथ शुक्र ग्रह पर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं है।
‘’Mars Planet | मंगल ग्रह’’
- मंगल ग्रह में लोहे से समृद्ध लाल मिट्टी है।
- और, मंगल ग्रह में गुलाबी आकाश होने के कारन इसे ‘लाल ग्रह’ का नाम देता है।
- इसके साथ, फोबेस और डेमोस मंगल ग्रह के दो उपग्रह हैं।
The Earth is also Terrestrial Planets of the Solar System
- पृथ्वी आंतरिक ग्रहों में सबसे बड़ी ग्रह है।
- पृथ्वी अपनी धुरी पर 231/2 डिग्री झुकी हुई है,
- और, इस प्रकार यह 661/2 कोण बनाती है।
- पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमने में 23 घंटे 56 मिनट,
- और, 4.091 सेकंड का समय लेता है।
- और, सूर्य का चक्कर लगाने में पृथ्वी को,
- 365 दिन, 5 घंटे एवं 48 मिनट का समय लगता हैं।
- तथा, पृथ्वी पर भारी मात्रा में पानी मौजूद होने के कारन,
- पृथ्वी को ”पानी वाला ग्रह” या ‘‘नीला ग्रह’’ के रूप में भी जाना जाता है।
- इसके साथ पृथ्वी एकमात्र ज्ञात ग्रह है जो इस पर जीवन को प्रदान करता है।
- और, पृथ्वी में बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन मौजूद होने के कारन,
- यह ग्रह जीवन का समर्थन करता है।
- तथा, पृथ्वी में कार्बन (CO2), हाइड्रोजन (H2), नाइट्रोजन (N2), और ऑक्सीजन (O2),
- जैसा, सभी आवश्यक तत्व उपस्थित हैं जो जीवन की उत्पत्ति के रूप में कार्य करता हैं।
- तथा, पृथ्वी ग्रह न तो बहुत ज्यादा गर्म है,
- और, न ही बहुत ज्यादा ठंड है एवं इसमें ‘Goldilock Zone’ भी है,
- और, Goldilock Zone ही सौर मंडल में रहने योग्य क्षेत्र है,
- जहा पे जीवन को बनाए रखने के लिए सभी स्थितियाँ उपलब्ध हैं।
- तथा, पृथ्वी के पास झीलों, नदियों एवं महासागरों के रूप में बहुत सारा पानी है।
- इसके साथ पृथ्वी पर जीवन की वृद्धि और अस्तित्व भी पाई गई है।
- और, श्वास के माध्यम से जीवित प्राणियों के अस्तित्व के लिए,
- पृथ्वी के पास अपने वातावरण में पर्याप्त ऑक्सीजन गैस शामिल है।
- और, सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों से जीवन को बचाने के लिए,
- पृथ्वी के पास वायुमंडल में ओजोन परत का भी एक उच्चतर आवरण है।
The Neptune, Uranus, Saturn, and Jupiter are Gaseous Planets of the Solar System
Neptune planet
- नेपच्यून ग्रह सौर मंडल का 8 वां ग्रह है।
- और, इस ग्रह की सतह पर तापमान कम रहता है।
- नेपच्यून ग्रह यूरेनस ग्रह के समरूप है,
- और, इसे अपना जुड़वां माना जा सकता है।
- और, नेपच्यून ग्रह के उपर शून्य तापमान के लिए,
- यह मीथेन के छल्ले से घिरा हुआ है।
Uranus planet
- यूरेनस ग्रह पृथ्वी के आकार का लगभग चार गुना है।
- और, यह ग्रह अपने वातावरण में मौजूद,
- मीथेन गैस के कारन रंग में हरा-भरा दिखाई देता है।
- यूरेनस ग्रह की खोज 1781 में सर विलियम हर्शल ने की थी।
- और, यूरेनस सूर्य का 7 वां ग्रह है।
- इसके साथ यूरेनस पहला एक ऐसा ग्रह है,
- जिसे किसी दूरबीन के उपयोग से खोजा गया है।
- और, यूरेनस ग्रह सौर मंडल का तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
- यूरेनस बेहद ठंडा है, जिसकी सतह का तापमान 190 डिग्री सेल्सीयस है।
- और, यह ग्रह 5 rings से घिरा हुआ है,
- जैसा, अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और एप्सिलॉन इसके rings है।
- तथा, यह ग्रह अपनी धुरी पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता है, जो अन्य ग्रहों के विपरीत है।
- और, यूरेनस की धुरी में बड़ा झुकाव होने के कारन यह लेटी हुई प्रतीत होती है,
- इसलिए इस ग्रह को ‘A Planet on its Side’ का नाम देती है।
Saturn Planet | शनि ग्रह
- शनि ग्रह सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
- और, शनि ग्रह के पास चमकीले संकेंद्रित rings हैं, जो,
- बर्फ और बर्फ से ढके धूल के कणों से बने होते हैं जो इसके चारों ओर घूमते हैं।
- और, टाइटन, शनि ग्रह का एवं सौर मंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है।
Jupiter Planet | बृहस्पति ग्रह
- बृहस्पति सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है।
- बृहस्पति को सर्दियों के ग्रह के रूप में भी जाना जाता है,
- क्योंकि इसका औसत तापमान -148 डिग्री सेल्सियस से कम है।
चन्द्रमा का वर्णन | Description of the Moon
- दोस्तों चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है।
- और, इसका व्यास 3475 km. है।
- और, इसकी परिधि 10864 km. है।
- तथा, चंद्रमा की कक्षा अण्डाकार है।
- और, पृथ्वी से चंद्रमा की अधिकतम दूरी 4,06,000 km. है।
- तथा, न्यूनतम दूरी 3,64,000 km. है।
- और, चंद्रमा अपने धुरी पर घूमने में 27 दिन, 7 घंटे और 43 मिनट का समय लेती हैं।
- यानि 271/2 दिनों की इस अवधि को नक्षत्र मास कहा जाता हैं।
- और, पृथ्वी के चारों ओर घूमने में भी चंद्रमा को लगभग एक ही समय लगता है।
- तथा, सूर्य के संदर्भ में चंद्रमा की चक्कर की अवधि लगभग 29.53 दिन का है।
- यानि, 29 दिन, 12 घंटे, 44 मिनट और 2.8 सेकंड समय लगता है।
- और, इस अवधि को Synodic month भी कहा जाता है।
The moon is a satellite of the Solar system | चंद्रमा एक उपग्रह है
- चंद्रमा की कुल सतह का केवल 59% पृथ्वी से दिखाई देता है।
- और, चंद्रमा का चमकीला हिस्सा पहाड़ों से भरा हुआ है,
- जबकि अंधेरा वाला भाग इसका निचला मैदान हैं।
- तथा, धूल के कणों के मैदान से बना dust,
- चंद्रमा के पीछे की तरफ है जो हमेशा अंधेरा रहता है।
- इसके साथ, चंद्रमा पर सबसे ऊँचा पर्वत लिबनिट्ज पर्वत है,
- जिसकी उचाई 10660 मीटर या 35000फ़ीट है।
- और, चंद्रमा पर कोई वातावरण नहीं है,
- कोई धुंधलका (Twilight) नहीं है,
- और, कोई आवाज़ भी नहीं है।
- चंद्रमा में दिन के दौरान तापमान लगभग 100 डिग्री सेल्सियस होते है।
- और, रात के दौरान यह लगभग 180 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है।
- तथा, पृथ्वी तक चंद्रमा से प्रकाश को पहुंचने में 1.3 second का समय लगता हैं।
- और, चंद्रमा का आकार पृथ्वी के आकार का एक चौथाई (1 / 4th) है।
- चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण खिंचाव पृथ्वी से एक-छठा है।
- मुख्य रूप से Silicon, Iron एवं Magnesium, आदि तत्व चंद्रमा की सतह पर पाए जाते हैं।
- और, चंद्रमा की अध्ययन को ”सेलेनोलॉजी” (Selenology) भी कहा जाता है।
- तथा, चंद्रमा को जीवाश्म ग्रह (fossil planet) के रूप में भी जाना जाता है।
Meteors and Meteorites | उल्का और उल्कापिंड
- Solar system of planets में उल्का और उल्कापिंड को Shooting stars भी कहा जाता है।
- उल्का पृथ्वी की ओर आने वाली चट्टानों की टुकड़े हैं,
- जो, एक दूसरे के साथ क्षुद्रग्रहों की टक्कर के कारन बनते हैं।
- और, उल्काएं आमतौर पर छोटी होती हैं,
- तथा, वायु प्रतिरोध द्वारा उत्पन्न गर्मी के कारन,
- यह पृथ्वी की सतह पर पहुंचने से पहले ही जल जाती हैं।
- जब उल्का बड़े होते हैं और पूरी तरह से जलते नहीं हैं, तो,
- यह उल्का एवं उल्कापिंड पृथ्वी की सतह पर उतरते हैं,
- और, पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण उन्हें अपनी सतह की ओर आकर्षित करता है।
Description of Comets | धूमकेतु का वर्णन
- धूमकेतु को लैटिन शब्द Stella Cometa से लिया गया नाम है,
- जिसका अर्थ है ”बालों वाला तारा”
- और, धूमकेतु नियमित कक्षाओं में सूर्य के चारों ओर घूमते हैं,
- लेकिन, उनकी परिक्रमा दीर्घवृत्त होते है,
- इसीलिए, सूर्य के चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में,
- कभी-कभी धूमकेतु को हजारों साल भी लग सकते हैं।
- और, धूमकेतु frozen gases से बने होने के कारन,
- चट्टानी और धात्विक पदार्थों को एक साथ रखते हैं।
- और, एक धूमकेतु तभी दिखाई देती है,
- जब वह सूर्य के करीब से यात्रा करता है।
‘’Features of a Comet | धूमकेतु की विशेषताएं’’
- एक धूमकेतु की विशेषता एक लंबी चमकदार पूंछ होते है,
- जो प्रकाश का उत्सर्जन करता है।
- लेकिन यह तभी दिखाई देता है,
- जब धूमकेतु की कक्षा सूर्य के करीब से गुजरती है।
- और, धूमकेतु सूर्य के करीब जब पहुंचता है, तो,
- बर्फ एक कोमा नामक गैस के सिर तक पिघल जाती है।
- और, सूर्य का विकिरण इसे गैस को पूंछ में बदल देता है।
Asteroids or Planetoids | क्षुद्रग्रह या ग्रहदोष
- क्षुद्रग्रहों को मामूली ग्रहों के रूप में भी जाना जाता है।
- और, यह एक ऐसी वस्तुएँ हैं जो सूर्य की चारों ओर घूमती हैं।
- क्षुद्रग्रहों ज्यादातर मंगल और बृहस्पति ग्रह की कक्षाओं के बीच में पाए जाते हैं।
- और, यह मलबे का एक बेल्ट है जो ग्रहों में इकट्ठा करने में विफल रहता है।
- तथा, सूर्य की चारों ओर घूमता रहता है इसीलिए इसे ‘क्षुद्रग्रह बेल्ट’ कहा जाता है।
- दोस्तों अभी तक 5000 से भी अधिक क्षुद्रग्रहों की पहचान की गई है।
- क्षुद्रग्रह आकार में गोलाकार, लम्बी या अनियमित हो सकते हैं।
- तथा, सभी क्षुद्रग्रह हर 5 से 20 घंटे में, अपनी धुरी पर घूमते हैं।
- इसके साथ, कुछ क्षुद्रग्रहों के भी उपग्रह हो सकते हैं।
- और, Trojan क्षुद्रग्रह बृहस्पति की कक्षा में चलते, दो बादलों में पाए जाते हैं।
Some Points about Pluto
- दोस्तों अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ,
- यानि, International Astronomical Union ने 24 अगस्त, 2006 को,
- यह घोषणा की थी कि प्लूटो अब कोई ग्रह नहीं है।
- और, अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ के नए दिशानिर्देशों के तहत,
- सौर मंडल में ग्रहों की संख्या को नौ से घटाकर आठ कर दी गई है।
- लेकिन, 1930 में Clyde Tombaugh ने प्लूटो (Pluto) को खोजा था।
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